भारतवन्दना ३
भारत दक्षिण उत्तर वन्दे
पश्चिम पूर्व बृहत्तर वन्दे
पर्वतीय - भू समतल वन्दे
उर्वर विपिन मरुस्थल बन्दे
गिरिवर-मौलि हिमालय वन्दे
विन्ध्य मलय सुषमालय वन्दे
वदरी मानसरोवर वन्दे
श्री कैलास मनोहर वन्दे
गङ्गे यमुने तारिणि वन्दे
कावेरी अघहारिणि वन्दे
गोदावरि गतिदायिनि वन्दे
सिन्धो सुमतिविधायिनि वन्दे
ब्रह्मपुत्र नद - नागर वन्दे
नद - नदीश हे सागर वन्दे
सकल कुण्ड गिरि निर्झर वन्दे
नदी - सिन्धु-सङ्गम सर वन्दे
पुरी द्वारिका मथुरा वन्दे
हरिद्वार श्री मदुरा वन्दे
हे प्रयाग तीर्थेश्वर वन्दे
वाराणसि रामेश्वर वन्दे
कुरुक्षेत्र धर्मस्थल वन्दे
हे चित्तौड रणस्थल वन्दे
तक्षशिक्षा नालन्दा वन्दे
नवद्वीप श्री मिथिला वन्दे
मन्दिर शिल्पकलालय वन्दे
मूर्ति शान्ति - शोभालय वन्दे
ज्ञान-पीठ मुनि - आश्रम वन्दे
दुर्ग अजेय - पराक्रम वन्दे
दिव्य अजन्ता गह्वर वन्दे
ताजमहल बहुसुन्दर वन्दे
भव्य भाकरा नङ्गल वन्दे
चितरञ्जन अतिमङ्गल वन्दे
ऋषि महर्षि मुनि नायक वन्दे
सुधी सन्त कवि गायक वन्दे
सकल वीर नर-नारी वन्दे
देश-भक्त सुविचारी वन्दे
नगर ग्राम पुरा खर्वट वन्दे
मार्ग तीर्थ चत्वर तट वन्दे
लता गुल्ग तरु तृण तृण वन्दे
धूलि धूलि अणु कण कण वन्दे
- वासुदेव द्विवेदी शास्त्री
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